बांके बिहारी मुझको देना सहारा

Bankey Bihari Mujhko Dena Sahara – Lyrics in Hindi

Bankey Bihari Mujhko Dena Sahara Lyrics

बांके बिहारी मुझको देना सहारा।
कही छूट जाये ना दामन तुम्हारा॥
कही छूट जाये ना दामन तुम्हारा॥


तेरे सिवा दिल में समाएं ना कोई,
लगन का ये दीपक बुझायें ना कोई।
तू ही मेरी कश्ती, तू ही है किनारा,
कही छूट जाये ना दामन तुम्हारा॥

बाँके बिहारी मुझको देना सहारा।
कही छूट जाये ना दामन तुम्हारा॥


तेरे नाम का गान गाता रहूँ मै,
सुबह शाम तुझको रिझाता रहूँ मै।
तेरा नाम है मुझको प्राणों से प्यारा,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा॥

बांके बिहारी मुझको देना सहारा।
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा॥


तेरे रास्ते से हटाती है दुनिया,
इशारों से मुझको बुलाती है दुनिया।
देखूं न हरगिज़ मै दुनिया का इशारा,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा॥

बांके बिहारी मुझको देना सहारा।
कही छूट जाये ना दामन तुम्हारा॥


बड़ी भूल की जो मै दुनिया में आया,
मूल भी ख़ोया और ब्याज भी गँवाया।
दुनिया में मुझको ना भेजना दोबारा,
कही छूट जाये न दामन तुम्हारा॥

बांके बिहारी मुझको देना सहारा
कही छूट जाये ना दामन तुम्हारा


Bankey Bihari Mujhko Dena Sahara

Shri Gaurav Krishna Goswami

Poonam Didi (Sadhvi Purnima)


Krishna Bhajan



बांके बिहारी मुझको देना सहारा भजन

बांके बिहारी मुझको देना सहारा” भगवान कृष्ण को समर्पित एक लोकप्रिय हिंदी भजन है। भगवान कृष्ण को विशेष रूप से “बांके बिहारी” कहा जाता है, जो उनके बचपन के दिनों से जुड़ा एक लोकप्रिय नाम है।

इस भजन में भक्त, भगवान कृष्ण से याचना करता है, और उनका समर्थन और उनकी शरण मांगता है।

साथ ही साथ, भगवान कृष्ण की दिव्य कृपा और सुरक्षा पर समर्पण और निर्भरता की भावना भी व्यक्त करता हैं।

भक्त भगवान कृष्ण की प्रेमपूर्ण उपस्थिति और मार्गदर्शन की तलाश करते हैं, यह स्वीकार करते हुए कि केवल उनके समर्थन से ही वे जीवन की चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं।

यह भजन व्यापक रूप से कृष्ण मंदिरों में, कृष्ण जन्माष्टमी समारोह के दौरान, और भगवान कृष्ण को समर्पित अन्य भक्ति सभाओं में गाया जाता है।

बांके बिहारी मुझको देना सहारा” का मधुर संगीत और भक्तिभाव से ओतप्रोत शब्द, भगवान कृष्ण के साथ भक्ति और गहरा संबंध जगाते हैं।

यह भक्तों द्वारा अपने परम समर्थन और रक्षक के रूप में भगवान कृष्ण पर अपने प्रेम, भक्ति और निर्भरता को व्यक्त करने के साधन के रूप में पसंद किया जाता है।

भजन भगवान कृष्ण के दिव्य हस्तक्षेप में समर्पण और विश्वास की भावना को प्रेरित करता है, जिससे भक्त के दिल में शांति, और शक्ति आती है।

यह भक्त और भगवान कृष्ण के बीच शाश्वत बंधन की याद दिलाता है, और अथाह प्रेम और करुणा जो वह अपने भक्तों को प्रदान करता है।


Krishna Bhajan