भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 1
स्वायम्भुव-मनुकी कन्याओंके वंशका वर्णन
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 2
भगवान् शिव और दक्ष प्रजापतिका मनोमालिन्य
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 3
सतीका पिताके यहाँ यज्ञोत्सवमें जानेके लिये आग्रह करना
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 4
सतीका अग्निप्रवेश
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 5
वीरभद्रकृत दक्षयज्ञविध्वंस और दक्षवध
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 6
ब्रह्मादि देवताओंका कैलास जाकर श्रीमहादेवजीको मनाना
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 7
दक्षयज्ञकी पूर्ति
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 8
ध्रुवका वन-गमन
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 9
ध्रुवका वर पाकर घर लौटना
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 10
उत्तमका मारा जाना, ध्रुवका यक्षोंके साथ युद्ध
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 11
स्वायम्भुव-मनुका ध्रुवजीको युद्ध बंद करनेके लिये समझाना
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 12
ध्रुवजीको कुबेरका वरदान और विष्णुलोककी प्राप्ति
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 13
ध्रुववंशका वर्णन, राजा अंगका चरित्र
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 14
राजा वेनकी कथा
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 15
महाराज पृथुका आविर्भाव और राज्याभिषेक
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 16
वंदीजनद्वारा महाराज पृथुकी स्तुति
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 17
महाराज पृथुका पृथ्वीपर कुपित होना और पृथ्वीके द्वारा उनकी स्तुति करना
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 18
पृथ्वी-दोहन
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 19
महाराज पृथुके सौ अश्वमेध यज्ञ
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 20
महाराज पृथुकी यज्ञशालामें श्रीविष्णुभगवान् का प्रादुर्भाव
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 21
महाराज पृथुका अपनी प्रजाको उपदेश
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 22
महाराज पृथुको सनकादिका उपदेश
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 23
राजा पृथुकी तपस्या और परलोकगमन
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 24
पृथुकी वंशपरम्परा और प्रचेताओंको भगवान् रुद्रका उपदेश
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 25
पुरंजनोपाख्यानका प्रारम्भ
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 26
राजा पुरंजनका शिकार खेलने वनमें जाना और रानीका कुपित होना
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 27
पुरंजनपुरीपर चण्डवेगकी चढ़ाई तथा कालकन्याका चरित्र
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 28
पुरंजनको स्त्रीयोनिकी प्राप्ति और अविज्ञातके उपदेशसे उसका मुक्त होना
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 29
पुरंजनोपाख्यानका तात्पर्य
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 30
प्रचेताओंको श्रीविष्णुभगवान् का वरदान
भागवत पुराण – चतुर्थ स्कन्ध – अध्याय – 31
प्रचेताओंको श्रीनारदजीका उपदेश और उनका परमपद-लाभ
भागवत पुराण – पञ्चम स्कन्ध
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 1
प्रियव्रत-चरित्र
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 2
आग्नीध्र-चरित्र
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 3
राजा नाभिका चरित्र
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 4
ऋषभदेवजीका राज्यशासन
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 5
ऋषभजीका अपने पुत्रोंको उपदेश देना और स्वयं अवधूतवृत्ति ग्रहण करना
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 6
ऋषभदेवजीका देहत्याग
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 7
भरत-चरित्र
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 8
भरतजीका मृगके मोहमें फँसकर मृगयोनिमें जन्म लेना
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 9
भरतजीका ब्राह्मणकुलमें जन्म
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 10
जडभरत और राजा रहूगणकी भेंट
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 11
राजा रहूगणको भरतजीका उपदेश
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 12
रहूगणका प्रश्न और भरतजीका समाधान
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 13
भवाटवीका वर्णन और रहूगणका संशयनाश
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 14
भवाटवीका स्पष्टीकरण
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 15
भरतके वंशका वर्णन
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 16
भुवनकोशका वर्णन
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 17
गंगाजीका विवरण और भगवान् शंकरकृत संकर्षणदेवकी स्तुति
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 18
भिन्न-भिन्न वर्षोंका वर्णन
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 19
किम्पुरुष और भारतवर्षका वर्णन
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 20
अन्य छः द्वीपों तथा लोकालोक-पर्वतका वर्णन
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 21
सूर्यके रथ और उसकी गतिका वर्णन
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 22
भिन्न-भिन्न ग्रहोंकी स्थिति और गतिका वर्णन
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 23
शिशुमारचक्रका वर्णन
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 24
राहु आदिकी स्थिति, अतलादि नीचेके लोकोंका वर्णन
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 25
श्रीसङ्कर्षणदेवका विवरण और स्तुति
भागवत पुराण – पंचम स्कन्ध – अध्याय – 26
नरकोंकी विभिन्न गतियोंका वर्णन
भागवत पुराण -षष्ठ स्कन्ध
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 1
अजामिलोपाख्यानका प्रारम्भ
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 2
विष्णुदूतोंद्वारा भागवतधर्म-निरूपण और अजामिलका परमधामगमन
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 3
यम और यमदूतोंका संवाद
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 4
दक्षके द्वारा भगवान् की स्तुति और भगवान् का प्रादुर्भाव
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 5
श्रीनारदजीके उपदेशसे दक्षपुत्रोंकी विरक्ति तथा नारदजीको दक्षका शाप
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 6
दक्षप्रजापतिकी साठ कन्याओंके वंशका विवरण
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 7
बृहस्पतिजीके द्वारा देवताओंका त्याग और विश्वरूपका देवगुरुके रूपमें वरण
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 8
नारायणकवचका उपदेश
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 9
विश्वरूपका वध, वृत्रासुरद्वारा देवताओंकी हार और भगवान् की प्रेरणासे देवताओंका दधीचि ऋषिके पास जाना
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 10
देवताओंद्वारा दधीचि ऋषिकी अस्थियोंसे वज्रनिर्माण और वृत्रासुरकी सेनापर आक्रमण
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 11
वृत्रासुरकी वीरवाणी और भगवत्प्राप्ति
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 12
वृत्रासुरका वध
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 13
इन्द्रपर ब्रह्महत्याका आक्रमण
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 14
वृत्रासुरका पूर्वचरित्र
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 15
चित्रकेतुको अंगिरा और नारदजीका उपदेश
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 16
चित्रकेतुका वैराग्य तथा संकर्षणदेवके दर्शन
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 17
चित्रकेतुको पार्वतीजीका शाप
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 18
अदिति और दितिकी सन्तानोंकी तथा मरुद् गणोंकी उत्पत्तिका वर्णन
भागवत पुराण – षष्ठ स्कन्ध – अध्याय – 19
पुंसवन-व्रतकी विधि
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Krishna Bhajan, Aarti, Chalisa
- ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन - आध्यात्मिक महत्व
- आरती कुंज बिहारी की - श्री कृष्ण आरती - अर्थ सहित
- अच्युतम केशवं कृष्ण दामोदरं
- मेरा आपकी कृपा से, सब काम हो रहा है
- नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की (Updated)
- मधुराष्टकम - अर्थ साहित - अधरं मधुरं वदनं मधुरं
- मैं आरती तेरी गाउँ, ओ केशव कुञ्ज बिहारी
- सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया - अर्थ सहित
- हे गोपाल कृष्ण, करूँ आरती तेरी - आध्यात्मिक महत्व
- श्याम रंग में रंगी चुनरिया, अब रंग दूजो भावे ना
- बता मेरे यार सुदामा रे - भाई घणे दीना में आया
- काली कमली वाला, मेरा यार है
- ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला
- अरे द्वारपालों, कन्हैया से कह दो
- फूलो में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी
- देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ - अर्थ सहित
- मुझे अपने ही रंग में रंगले, मेरे यार सांवरे
- नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा