Re Dil Gaafil, Gaflat Mat Kar
रे दिल गाफिल, गफलत मत कर
एक दिना जम आवेगा॥ टेक॥
सौदा करने या जग आया।
पूजी लाया मूल गॅंवाया॥
सिर पाहन का बोझा लीता।
आगे कौन छुडावेगा॥
रे दिल गाफिल, गफलत मत कर
एक दिना जम आवेगा॥ टेक॥
सौदा करने या जग आया।
पूजी लाया मूल गॅंवाया॥
सिर पाहन का बोझा लीता।
आगे कौन छुडावेगा॥
झीनी झीनी बीनी चदरिया
काहे का ताना काहे की भरनी।
कौन तार से बीनी चदरिया॥
इदा पिङ्गला ताना भरनी।
सुषुम्ना तार से बीनी चदरिया॥
मन लाग्यो मेरो यार, फ़कीरी में
जो सुख पाऊँ नाम भजन में
सो सुख नाहिं अमीरी में
आखिर यह तन ख़ाक मिलेगा
कहाँ फिरत मग़रूरी में