Meera Diwani Ho Gayi Re Meera Mastani Ho Gayi – Lyrics in Hindi
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हरि तुम हरो जन की भीर
तुम सुणौ दयाल म्हारी अरजी
प्रभुजी मैं अरज करूँ
मीराको प्रभु साँची दासी बनाओ
मैं तो तेरी सरण परी रे
हरि बिन कूण गती मेरी
अब मैं सरण तिहारी जी
हे री मैं तो प्रेम दिवानी
गली तो चारों बंद हुई
आली रे मेरे नैणा बाण पडी
घडी एक नहिं आवडे
मैं तो साँवरेके रंग राची
पग घुँघरू बाँध मीरा नाची रे
मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरो न कोई
माई री मैं तो लियो गोबिंदो मोल
या मोहनके मैं रूप लुभानी
साजि सिंगार बांधि पग घुंघरू,
लोक-लाज तजि नाची॥
गई कुमति, लई साधुकी संगति,
भगत रूप भई सांची।
भाया मोहन का रूप,
जोड़ा रिश्ता अनूप,
कोई दूजा स्वरुप, मीरा माने ना
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो।
वस्तु अमोलक दी मेरे सतगुरु
किरपा कर अपनायो
जनम जनम की पूंजी पाई
जग में सभी खोवायो