Hai Kan Kan Me Jhanki Bhagwan Ki

है कण कण में झांकी भगवान् की।
किसी सूझ वाली आँख ने पहचान की॥
निगाह मीरा की निराली, पीली जहर की प्याली,
ऐसा गिरधर बसाया हर श्वास में।

Hai Kan Kan Me Jhanki Bhagwan Ki Read More »

Kisi Ke Kaam Jo Aaye

कोई हंस हंस के जीता है
कोई जीता है रो रो कर।
जो गिर कर फिर संभल जाए
उसे इंसान कहते है॥

Kisi Ke Kaam Jo Aaye Read More »

Scroll to Top