Chadariya Jhini Re Jhini
चदरिया झीनी रे झीनी
के राम नाम रस भीनी,
चदरिया झीनी रे झीनी।
चदरिया झीनी रे झीनी
के राम नाम रस भीनी,
चदरिया झीनी रे झीनी।
Video – अनूप जलोटा (Anup Jalota)
मेरे दाता के दरबार में, सब लोगो का खाता।
जो कोई जैसी करनी करता, वैसा ही फल पाता॥
क्या साधू क्या संत गृहस्थी, क्या राजा क्या रानी।
प्रभू की पुस्तक में लिक्खी है, सबकी कर्म कहानी।
अन्तर्यामी अन्दर बैठा, सबका हिसाब लगाता॥
Video – कुमार विशु (Kumar Vishu)
प्रभु मोरे अवगुण चित ना धरो।
समदरसी है नाम तिहारो, चाहे तो पार करो.
एक लोहा पूजा में राखत
एक घर बधिक परो
पारस गुण अवगुण नही चितवत
कंचन करत खरो
Video – अनूप जलोटा (Anup Jalota)