चरणों में रखना, मैया जी मुझे चरणों में रखना
चरणों में रखना,
मैया जी मुझे चरणों में रखना
चरणों में रखना,
मैया जी मुझे चरणों में रखना.. माँ
ओ.. अब तो सहारा बस तुम्हारा है माँ
अब तो सहारा बस तुम्हारा है माँ
एक तुझे ही हर घडी ही पुकारा है माँ
एक तुझे ही हर घडी ही पुकारा है माँ
चरणों में रखना
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना.. माँ..
चरणों में रखना
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना
गहरी नदिया नाव पुराणी
हाथो से पतवार छुट गयी
संगी साथी मोड़ गए मुंह
माथे लिखी लकीर रूठ गयी
तुही खिवैय्या, तू ही किनारा है माँ
एक तुझे हर घडी ही पुकारा है माँ
चरणों में रखना,
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना..माँ
चरणों में रखना
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना
बन के सवाली ये जग सारा
पाता है तुझसे नजराने
मै क्या बोलू मुझ से ज्यादा
मेरे मन की माँ तू जाने
ओ भूल क्या हुई जो यूँ बिसारा माँ
एक तुझे हर घडी ही पुकारा है माँ
चरणों में रखना
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना..माँ
चरणों में रखना
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना
भरे हुए भंडार माँ तेरे
मेरी खाली झोली भरदे
ताने देगी दुनिया सारी
ये भक्त लौट गया जो ये डर से
एक तुझे हर घडी ही पुकारा है माँ
एक तुझे हर घडी ही पुकारा है माँ
चरणों में रखना
मैया जी मुझे चरणों में रखना..माँ
चरणों में रखना
मैया जी मुझे चरणों में रखना
ओ.. अब तो सहारा बस तुम्हारा है माँ
हां… अब तो सहारा बस तुम्हारा है माँ
एक तुझे ही हर घडी ही पुकारा है माँ
एक तुझे ही हर घडी ही पुकारा है माँ
माँ शेरावालिये
Charno Mein Rakhna, Maiya Ji Mujhe Charno Me
Lakhbir Singh Lakha
Durga Bhajan
- अम्बे तू है जगदम्बे काली - दुर्गा माँ की आरती
- या देवी सर्वभूतेषु मंत्र - दुर्गा मंत्र - अर्थ सहित
- अयि गिरिनंदिनि - महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र
- जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
- दुर्गा चालीसा - नमो नमो दुर्गे सुख करनी
- जगजननी जय जय माँ - अर्थसहित
- जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय
- आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं
- आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण
- भोर भई दिन चढ़ गया, मेरी अम्बे
- मन लेके आया मातारानी के भवन में
- माँ जगदम्बा की करो आरती
- आरती माँ आरती, नवदुर्गा तेरी आरती
- मंगल की सेवा सुन मेरी देवा - कालीमाता की आरती
- मात अंग चोला साजे, हर एक रंग चोला साजे
- धरती गगन में होती है, तेरी जय जयकार
- अयि गिरिनन्दिनि अर्थसहित - महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र अर्थ सहित
- दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी
- कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे
- तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है
- सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार
- मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बाती
- चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
- तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये