ज्योतिर्लिंग स्तोत्र – अर्थ सहित
यह ज्योतिर्लिंग स्तोत्र, छोटा, संक्षिप्त 4 श्लोकों का स्तोत्र है,
जिसमें भगवान् शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों के नाम आते है, और
उन नामों का स्मरण करने से क्या लाभ मिलता है,
यह दिया गया है।
सम्पूर्ण ज्योतिर्लिंग स्तोत्र – द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र है,
जिसमे 13 श्लोक आते है और
प्रत्येक ज्योतिर्लिंग के लिए
चार लाइन का एक एक श्लोक दिया गया है।
द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र – अर्थसहित पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें –
द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र – अर्थ सहित
Jyotirling Stotra with Meaning in Hindi
1.
सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकाल, अमलेश्वर
सौराष्ट्रे सोमनाथं च
श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।
उज्जयिन्यां महाकालं
ओम्कारम् अमलेश्वरम्॥
सौराष्ट्र प्रदेश (काठियावाड़) में श्री सोमनाथ,
श्रीशैल पर श्री मल्लिकार्जुन,
उज्जयिनी में श्री महाकाल,
ओंकारेश्वर में अमलेश्वर (अमरेश्वर)
2.
भीमशंकर, रामेश्वर, नागेश्वर, विश्वेशं
परल्यां वैद्यनाथं च
डाकिन्यां भीमशङ्करम्।
सेतुबन्धे तु रामेशं
नागेशं दारुकावने॥
परली में वैद्यनाथ,
डाकिनी नामक स्थान में श्रीभीमशंकर,
सेतुबंध पर श्री रामेश्वर,
दारुकावन में श्रीनागेश्वर
3.
विश्वनाथ, त्र्यम्बकेश्वर, केदारनाथ, घृष्णेश्वर
वाराणस्यां तु विश्वेशं
त्र्यम्बकं गौतमीतटे।
हिमालये तु केदारं
घुश्मेशं च शिवालये॥
वाराणसी (काशी) में श्री विश्वनाथ,
गौतमी (गोदावरी) के तट पर श्री त्र्यम्बकेश्वर,
हिमालय पर श्रीकेदारनाथ और
शिवालय में श्री घृष्णेश्वर को स्मरण करें।
ज्योतिर्लिंग स्तोत्र और बारह ज्योतिर्लिंग नाम के पाठ का महत्व
4.
एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि
सायं प्रातः पठेन्नरः।
सप्तजन्मकृतं पापं
स्मरणेन विनश्यति॥
जो मनुष्य प्रतिदिन, प्रातःकाल और संध्या समय,
इन बारह ज्योतिर्लिंगों का नाम लेता है,
उसके सात जन्मों के पाप
इन लिंगों के स्मरण-मात्र से मिट जाते है।
एतेशां दर्शनादेव पातकं नैव तिष्ठति।
कर्मक्षयो भवेत्तस्य यस्य तुष्टो महेश्वराः॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र – अर्थसहित पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें –
द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र – अर्थ सहित
Shiv Stotra Mantra Aarti Chalisa Bhajan
- श्री शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र – अर्थ सहित - नमामीशमीशान निर्वाणरूपं
- श्री शिव पंचाक्षर स्तोत्र – अर्थ सहित – नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय
- ज्योतिर्लिंग स्तोत्र – संक्षिप्त, छोटा - अर्थ सहित
- शिव ताण्डव स्तोत्र - अर्थ सहित
- शिव प्रातः स्मरण स्तोत्र अर्थ सहित
- शिव आरती – ओम जय शिव ओंकारा - अर्थ सहित
- Shiv Aarti - Om Jai Shiv Omkara Lyrics with Meaning
- महामृत्युंजय मंत्र - अर्थ सहित
- द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र - अर्थ सहित
- शिव षडक्षर स्तोत्र मंत्र
- श्री बद्रीनाथजी की आरती – बद्रीनाथ स्तुति
- शिव चालीसा - Shiv Chalisa
- शिव अमृतवाणी – शिव अमृत की पावन धारा
- श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग – 1
- श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग – 3
- श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग – 5
- श्री मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग – 2
- ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग – 4
- श्री भीमांशंकर ज्योतिर्लिंग – 6
- श्री विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग – 7
- श्री त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग – 8
- श्री रामेश्वर ज्योतिर्लिंग- 11
List
- गीता के अनुसार मनुष्य का भविष्य कैसे बनता है?
- भगवद गीता अर्थ सहित अध्याय लिस्ट
- भगवद गीता अर्थ सहित अध्याय – 01
- भगवद गीता अर्थ सहित अध्याय – 02
- भगवद गीता अर्थ सहित अध्याय – 03