मात अंग चोला साजे, हर एक रंग चोला साजे
मात अंग चोला साजे,
हर एक रंग चोला साजे।
मात अंग चोला साजे,
हर एक रंग चोला साजे।
मात की महिमा देखो,
ज्योत दिन रैना जागे॥
मात अंग चोला साजे,
हर एक रंग चोला साजे।
हे माँ…, हे माँ…, हे माँ…
तू ओढ़े लाल चुनरिया,
गहनों से करे श्रृंगार।
शेरों पर करे सवारी,
तू शक्ति का अवतार।
तेरे तेज़ भरे दो नैना,
तेरे अधरों पर मुस्कान।
तेरे द्वारे शीश झुकाए,
क्या निर्बल क्या बलवान॥
हे माँ.. शेरांवालिये… पहाडा वालिए…
हे माँ… हे माँ…
तेरे ही नाम का माता,
जगत में डंका बाजे॥
मात अंग चोला साजे,
हर एक रंग चोला साजे।
मात की महिमा देखो,
ज्योति दिन रैना जागे॥
ऊँचा है मंदिर तेरा,
ऊँचा तेरा स्थान।
दानी क्या कोई दूजा,
माँ होगा तेरे समान।
जो आये श्रद्धा लेके,
वो ले जाये वरदान।
हे माता तू भक्तों के,
सुख दुःख का रखे ध्यान।
ओ लाटा वालिए…. शेरां वालिए..
पहाडा वालिए… मेहरा वालिये माँ… हे माँ..
तेरे चरणों में आके,
भाग्य कैसे न जागे॥
मात अंग चोला साजे,
हर एक रंग चोला साजे।
मात की महिमा देखो,
ज्योत दिन रैना जागे॥
मात अंग चोला साजे,
हर एक रंग चोला साजे।
मात की महिमा देखो,
ज्योत दिन रैना जागे॥
Maat Ang Chola Saje Har Ek Rang Chola Saaje
Mahendra Kapoor
Durga Bhajan
- अम्बे तू है जगदम्बे काली - दुर्गा माँ की आरती
- या देवी सर्वभूतेषु मंत्र - दुर्गा मंत्र - अर्थ सहित
- अयि गिरिनंदिनि - महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र
- जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
- दुर्गा चालीसा - नमो नमो दुर्गे सुख करनी
- जगजननी जय जय माँ - अर्थसहित
- जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय
- आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं
- आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण
- भोर भई दिन चढ़ गया, मेरी अम्बे
- मन लेके आया मातारानी के भवन में
- माँ जगदम्बा की करो आरती
- आरती माँ आरती, नवदुर्गा तेरी आरती
- मंगल की सेवा सुन मेरी देवा - कालीमाता की आरती
- मात अंग चोला साजे, हर एक रंग चोला साजे
- धरती गगन में होती है, तेरी जय जयकार
- अयि गिरिनन्दिनि अर्थसहित - महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र अर्थ सहित
- दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी
- कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे
- तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है
- सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार
- मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बाती
- चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
- तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये