मुकुंदा मुकुंदा, कृष्णा मुकुंदा मुकुंदा
मुकुंदा मुकुंदा, कृष्णा मुकुंदा मुकुंदा
मुझे दान में दे वृंदा, विरिन्दा विरिन्दा।
मुकुंदा मुकुंदा, कृष्णा मुकुंदा मुकुंदा
मुझे दान में दे वृंदा, विरिन्दा विरिन्दा।
मटकी से माखन फिर से चुरा,
गोपियों का विरह तू आके मिटा॥
मुकुंदा मुकुंदा, कृष्णा मुकुंदा मुकुंदा
मुझे दान में दे वृंदा, विरिन्दा विरिन्दा।
मैं कठपुतली डोर तेरे साथ,
कुछ भी नही है अब मेरे हाथ।
मुकुंदा मुकुंदा कृष्णा, मुकुंदा मुकुंदा
मुझे दान में दे वृंदा, विरिन्दा विरिन्दा।
जय जय राम, जय जय राम,
जय जय राम, जय जय राम।
सीता राम, जय जय राम,
जय जय राम, जय जय राम॥
हे नंदलाला, हे कृष्णा स्वामी,
तुम तो हो ज्ञानी ध्यानी, अंतर्यामी।
महिमा तुम्हारी जो भी समझ ना पाए,
ख़ाक में मिल जाए वो खलकामी॥
ऐसा विज्ञान जो की तुझ को ना माने,
तेरी श्रद्धालुओं की शक्ति ना जाने।
जो पाठ पढाया था तुमने गीता का अर्जुन को
वो आज भी सच्ची राह दिखाए मेरे जीवन को।
मेरी आत्मा को अब ना सता,
जल्दी से आके मोहे दरस दिखा॥
मुकुंदा मुकुंदा, कृष्णा मुकुंदा मुकुंदा
मुझे दान में दे वृंदा, विरिन्दा विरिन्दा।
नैया मंझधार में भी तुने बचाया,
गीता का ज्ञान दे के जग को जगाया।
छू लिया ज़मीन से ही, आसमा का तारा,
नरसिंघा का रूप धर के हिरन्य को मारा।
रावण के सर को काटा राम रूप ले के,
राधे का मन चुराया प्रेम रंग दे के।
मेरे नयनों में फूल खिले सब तेरी खुशबू के,
मैं जीवन साथी चुन लूं तेरे पैरों को छू के।
किसके माथे सजाऊं मोर पंख तेरा,
कई सदियों जन्मों से तू है मेरा॥
मुकुंदा मुकुंदा, कृष्णा मुकुंदा मुकुंदा
मुझे दान में दे वृंदा, विरिन्दा विरिन्दा।
मोरा गोविंदा, लाला मोरा
तन का सांवरा, जी का गोरा।
उसकी कही ना कोई खबर
आता कहीं ना वो तो नज़र।
आजा आजा झलक दिखा जा
देर ना कर आ आजा।
गोविंदा गोपाला।
मुकुंदा मुकुंदा, कृष्णा मुकुंदा मुकुंदा
मुझे दान में दे वृंदा, विरिन्दा विरिन्दा।
मुकुंदा मुकुंदा, कृष्णा मुकुंदा मुकुंदा
मुझे दान में दे वृंदा, विरिन्दा विरिन्दा।
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Mukunda Mukunda Krishna – Krishna Bhkati Song
Film: Dashavatar (Sadhana Sargam)
Mukunda mukunda – Full Bhakti Song
https://youtu.be/W-U198n_rmo
Mukunda Mukunda Krishna – Krishna Bhkati Song
Mukunda mukunda Krishna, mukunda mukunda
Mujhe daan mein de vrinda, virinda virinda
Mukunda mukunda, Krishna mukunda mukunda
Mujhe daan me de vrinda, virinda virinda
Mataki se makhan phir se chura,
Gopiyo ka viraha tu aake mita
Mukunda mukunda, Krishna mukunda mukunda
Mujhe daan mein de vrinda, virinda virinda
Main kathputali, dor tere saath
Kuchh bhi nahi hai ab mere hath
Mukunda mukunda, Krishna mukunda mukunda
Mujhe daan mein de vrinda, virinda virinda
Jai Jai Ram, Jai Jai Ram,
Jai Jai Ram, Jai Jai Ram
Sita Ram, Jai Jai Ram,
Jai Jai Ram, Jai Jai Ram
Hey Nandlaala, hey Krishna-swami
Tum toh ho gyani dhyani, antaryami
Mahima tumhari jo bhi samajh na paye
Khak me mil jaye wo khal-kami
Aisa vigyan jo ki tujhko na mane
Teri shradhaluo ki shakti na jane
Jo path padhaya tha tumne Gita ka arjun ko
Wo aaj bhi sachchi raah dikhaye mere jivan ko
Meri aatma ko ab na sataa
Jaldi se aake mohe daras dikha
Ye, mukunda mukunda, Krishna mukunda mukunda
Mujhe daan mein de vrinda, virinda virinda
Naiya majhdhar me bhi tune bachaya
Gita ka gyan deke jag ko jagaya
Chhu liya jamin se hee aasma ka tara
Narsingha roop dharke hiranya ko mara
Ravan ke sar ko kata, Ram roop leke
Radhe ka mann churaya, prem rang deke
Meri naino mein phool khile sab teri khushbu ke
Main jeevan sathi chun loo tere pairo ko chhu ke
Kiske maathe sajau mor pankh tera
Kayi sadiyo janmo se tu hai mera
Mukunda mukunda Krishna, mukunda mukunda
Mujhe daan mein de vrinda virinda virinda
More govinda laala mora
tan-ka saora jee ka gora
usaki kahi na koyi khabar,
aata kahi na voh toh najar
Aaja aaja jhalak dikha aaja,
der na kar aaja
Govinda Gopala
Mukunda mukunda,
Krishna mukunda mukunda
Mujhe daan me de vrinda, virinda virinda
Mukunda mukunda, Krishna mukunda mukunda
Mujhe daan mein de vrinda, virinda virinda