मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का

Mukut Sir Mor Ka Mere Chit Chor Ka – Lyrics in Hindi

मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का – 1

मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का।
मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का।
दो नैना सरकार के, कटीले है कटार से॥


कमल लज्जाये तेरे नैनो को देख के।
भूली घटाए तेरी कजरे की रेख पे।

यह मुखड़ा निहार के, सो चाँद गए हार के।
दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से॥
मुकुट सिर मोर का….


बलिहारि जाऊं, तेरी बांकी अदाओं पे।
कुर्बान जाऊं, तेरी बांकी अदाओं पे।
आ पास आजा तुझे, भर लूँ मैं बाहों में।

जमाने को विसार के, दिलो जान तुझ पे वार के,
दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से॥
मुकुट सिर मोर का….


बांके बिहारी नहीं तुलना तुम्हारी।
तुम सा ना पहले कोई ना होगा अगाडी।

दीवानों ने विचार के, कहा यह पुकार के,
दो नैना सरकार के, कटीले है कटार से ॥
मुकुट सिर मोर का….


मुकुट सिर मोर का – दो नैना घनश्याम के – 2

मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का।
दो नैना नैना नैना, दो नैना नैना नैना।
दो नैना घनश्याम के, कटीले हैं कटार से॥


आजा के भरलु तुझे, अपनी बाहो में।
आजा छिपा लु तुझे, अपनी निगाहो में॥

दीवानों ने विचार के, कहा ये पुकार के।
दो नैना घनश्याम के, कटीले हैं कटार से॥
मुकुट सिर मोर का….


रास बिहारी नहीं, तुलना तुम्हारी।
तुमसा ना देखा कोई, पहले अगाडी॥

के नुनराए वार के, हा नजरे उतार के।
दो नैना घनश्याम के, कटीले है कटार से॥
मुकुट सिर मोर का….


प्रेम लजाये तेरी, बाँकी अदाओं पर।
फुल घटाए तेरी, तिरछी निगाहो पर॥

सौ चाँद वार के, दीवाने गए हार के,
दो नैना घनश्याम के, कटीले हैं कटार से॥
मुकुट सिर मोर का….


मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का।
दो नैना नैना नैना, दो नैना नैना नैना।
दो नैना घनश्याम के, कटीले हैं कटार से॥


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