सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार
सच्ची है तू, सच्चा तेरा दरबार,
माता रानिये
करदे दया की एक नज़र एक बार,
माता रानिये
सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार,
माता रानिये
हो माता रानिये,
जय जय माता रानिये
हो माता रानिये,
जय जय माता रानिये
सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार,
माता रानिये
क्या गम है, कैसी उलझन,
जब सर पे तेरा हाथ है
हर दुःख में हर संकट में,
माता तू हमारे साथ है
तू प्यारी माँ और जग तेरा परिवार,
माता रानिये
हो माता रानिये,
जय जय माता रानिये
सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार,
माता रानिये
हो माता रानिये,
जय जय माता रानिये
एक दो नहीं लाखों यहाँ,
आए बना कर टोलियाँ
अपनी जुबा खोले बिना,
भरकर गए है झोलिया
हर सुख मिलता है करके तेरा दीदार,
माता रानिये
हो माता रानिये,
जय जय माता रानिये
सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार,
माता रानिये
हो माता रानिये,
जय जय माता रानिये
तेरी दया की बूँद भी
ममता का एक सागर बने
पत्थर कई हीरे है माँ
दर को तेरे छू कर बने
जन जन पे है तेरा बड़ा उपकार,
माता रानिये
हो माता रानिये,
जय जय माता रानिये
सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार,
माता रानिये
हो माता रानिये,
जय जय माता रानिये
हो माता रानिये,
जय जय माता रानिये
Sachi Hai Tu Saccha Tera Darbar
Narendra Chanchal
Durga Bhajan
- अम्बे तू है जगदम्बे काली - दुर्गा माँ की आरती
- या देवी सर्वभूतेषु मंत्र - दुर्गा मंत्र - अर्थ सहित
- अयि गिरिनंदिनि - महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र
- जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
- दुर्गा चालीसा - नमो नमो दुर्गे सुख करनी
- जगजननी जय जय माँ - अर्थसहित
- जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय
- आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं
- आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण
- भोर भई दिन चढ़ गया, मेरी अम्बे
- मन लेके आया मातारानी के भवन में
- माँ जगदम्बा की करो आरती
- आरती माँ आरती, नवदुर्गा तेरी आरती
- मंगल की सेवा सुन मेरी देवा - कालीमाता की आरती
- मात अंग चोला साजे, हर एक रंग चोला साजे
- धरती गगन में होती है, तेरी जय जयकार
- अयि गिरिनन्दिनि अर्थसहित - महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र अर्थ सहित
- दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी
- कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे
- तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है
- सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार
- मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बाती
- चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
- तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये