शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
सोये हुए भाग्य जगा जा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेरावालिये, माँ ज्योता वालिये
शेरावालिये, माँ ज्योता वालिये
ज्योत माँ जगा के तेरी आस ये लगाई है
ज्योति माँ जगा के तेरी आस ये लगाई है
जिन का ना कोई उनकी, तुही माँ सहाई है
रौशनी अंधेरो में दिखा जा शेरावालिये
रौशनी अंधेरो में दिखा जा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेरावालिये, माँ ज्योता वालिये
शेरावालिये, माँ ज्योता वालिये
रखियो माँ लाज इन अखियो के तारों की
रखियो माँ लाज इन अखियो के तारों की
डूबने ना पाए नैया हम बेसहारो की
नैया को किनारे पे लगा जा शेरावालिये
नैया को किनारे पे लगा जा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेरावालिये, माँ ज्योता वालिये
शेरावालिये, माँ ज्योता वालिये
सच्चे दिल से ध्यानु जी ने जब था बुलाया माँ
सच्चे दिल से ध्यानु जी ने जब था बुलाया माँ
कटा हुआ शीश तूने घोड़े का लगाया माँ
भगतों की आन को बचा जा शेरावालिये
भक्तो की आन को बचा जा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेरावालिये, माँ ज्योता वालिये
शेरावालिये, माँ ज्योता वालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
शेर पे सवार होके आजा शेरावालिये
Sher Pe Sawar Hoke Aaja Sherawaliye
Durga Bhajan
- अम्बे तू है जगदम्बे काली - दुर्गा माँ की आरती
- या देवी सर्वभूतेषु मंत्र - दुर्गा मंत्र - अर्थ सहित
- अयि गिरिनंदिनि - महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र
- जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
- दुर्गा चालीसा - नमो नमो दुर्गे सुख करनी
- जगजननी जय जय माँ - अर्थसहित
- जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय
- आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं
- आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण
- भोर भई दिन चढ़ गया, मेरी अम्बे
- मन लेके आया मातारानी के भवन में
- माँ जगदम्बा की करो आरती
- आरती माँ आरती, नवदुर्गा तेरी आरती
- मंगल की सेवा सुन मेरी देवा - कालीमाता की आरती
- मात अंग चोला साजे, हर एक रंग चोला साजे
- धरती गगन में होती है, तेरी जय जयकार
- अयि गिरिनन्दिनि अर्थसहित - महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र अर्थ सहित
- दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी
- कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे
- तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है
- सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार
- मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बाती
- चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
- तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये