स्वीकार करो जगदम्बे माँ, मेरी आरती
स्वीकार करो जगदम्बे माँ, मेरी आरती।
स्वीकार करो जगदम्बे माँ, मेरी आरती॥
भक्ति ना जानू, पल पल तुमको पुकारती,
स्वीकार करो जगदम्बे माँ, मेरी आरती।
सांसो का धागा आशा की माला,
नैनो के दीपक में प्यार मैने डाला।
पाने को ममता, पाने को ममता,
तेरी ओर नज़रें निहारती॥
स्वीकार करो जगदम्बे माँ, मेरी आरती।
हीरे ना लाए, मोती ना लाए,
खाली हाथों ही द्वार तेरे आए।
ज्योति अखंड तेरी, ज्योति अखंड तेरी,
सबके ही जीवन संवारती ॥
स्वीकार करो जगदम्बे माँ, मेरी आरती।
झोली भर भर जाते हैं बादल,
कम नहीं होता है सागर का जल।
सबकी भरे झोली, सबकी भरे झोली,
पार सभी को उतारती॥
स्वीकार करो जगदम्बे माँ, मेरी आरती।
भक्ति ना जानू, पल पल तुमको पुकारती।
स्वीकार करो जगदम्बे माँ, मेरी आरती॥
स्वीकार करो जगदम्बे माँ, मेरी आरती।
Sweekar Karo Jagadambe Maa Meri Aarti
Alka Yagnik | Kumar Sanu
Durga Bhajan
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