तू राम भजन कर प्राणी
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी॥
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी॥
काया-माया बादल छाया,
मूरख मन काहे भरमाया।
उड़ जायेगा साँसका पंछी,
फिर क्या है आनी-जानी॥
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी॥
जिसने राम-नाम गुन गाया,
उसको लगे ना दुखकी छाया।
निर्धनका धन राम-नाम है,
मैं हूँ राम दिवानी॥
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी॥
जिनके घरमें माँ नहीं है,
बाबा करे ना प्यार;
ऐसे दीन अनथोंका है,
राम-नाम आधार।
मुखसे बोलो रामकी बानी,
मनसे बोलो रामकी बानी॥
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी॥
सजन सनेही सुखके संगी,
दुनियाकी है चाल दुरंगी।
नाच रहा है काल शीश पे,
चेत-चेत अभिमानी॥
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी॥
तू राम भजन कर प्राणी,
तेरी दो दिन की जिन्दगानी॥
Ram Bhajans
- भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला - अर्थसहित
- श्री राम आरती - श्रीरामचन्द्र कृपालु भज मन - अर्थ सहित
- रघुपति राघव राजाराम - श्री राम धुन
- श्री राम, जय राम, जय जय राम - मंत्र 108
- श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में
- राम नाम के हीरे मोती - कृष्ण नाम के हीरे मोती
- सूरज की गर्मी से जलते हुए तन को
- हे राम, हे राम, जग में सांचो तेरो नाम
- शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं - अर्थ सहित
Tu Ram Bhajan Kar Prani
Tu Ram Bhajan Kar Prani
Tu Ram bhajan kar prani,
teri do din ki jindgani.
Tu Ram bhajan kar prani,
teri do din ki jindgani.
Kaya-maya baadal chhaaya,
moorakh man kaahe bharmaaya.
Ud jaayega saansaka panchhi,
phir kya hai aani-jaani.
Tu Ram bhajan kar prani,
teri do din ki jindgani.
Jisane Ram-naam gun gaaya,
usko lage na dukhaki chhaaya.
Nirdhankaa dhan Ram-naam hai,
main hoon Ram deewani.
Tu Ram bhajan kar prani,
teri do din ki jindgani.
jinake ghar mein maa nahin hai,
baaba kare na pyaar;
aise din anatho ka hai,
Ram-naam aadhaar.
Mukhase bolo Ram-ki baani,
man se bolo Ram-ki baani.
Tu Ram bhajan kar prani,
teri do din ki jindgani.
Sajan sanehi sukhke sangi,
duniyaaki hai chaal durangi.
Naach raha hai kaal shish pe,
chet-chet abhimaani.
Tu Ram bhajan kar prani,
teri do din ki jindgani.
Tu Ram bhajan kar prani,
teri do din ki jindgani.