तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये
साँची ज्योतोवाली माता
तेरी जय जयकार
जय जयकार, जय जयकार
जय जयकार
तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये
मैं आया, मैं आया, शेरावालिये
तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये
मैं आया, मैं आया, शेरावालिये
ओ, ज्योतावालिये, पहाड़ावालिये,
ओ मेहरावालिये
तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये
मैं आया, मैं आया, शेरावालिये
सारा जग है इक बंजारा
सारा जग है इक बंजारा
सब की मंजिल तेरा द्वारा
ऊँचे परबत, लंबा रास्ता
ऊँचे परबत, लंबा रास्ता
पर मैं रह ना पाया, शेरा वालिये
तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये
मैं आया, मैं आया, शेरावालिये
सूने मन में जल गयी बाती
तेरे पथ में मिल गए साथी
मुंह खोलूं क्या तुझ से मांगू
मुंह खोलूं क्या तुझ से मांगू
बिन मांगे सब पाया, शेरावालिये
तुने मुझे बुलाया, शेरा वालिये
मैं आया, मैं आया, शेरावालिये
कौन है राजा, कौन भिखारी
कौन है राजा, कौन भिखारी
एक बराबर तेरे सारे पुजारी
तुने सब को दर्शन देके
तुने सब को दर्शन देके
अपने गले लगाया, शेरावालिये
तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये
ओ, ज्योतावालिये, पहाड़ावालिये,
ओ मेहरावालिये
तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये
मैं आया, मैं आया, शेरावालिये
ओ प्रेम से बोलो, जय माता दी
ओ सारे बोलो, जय माता दी
ओ आते बोलो, जय माता दी
ओ जाते बोलो, जय माता दी
ओ कष्ट निवारे, जय माता दी
ओ पार उतारे, जय माता दी
देवी माँ भोली, जय माता दी
भर दे झोली, जय माता दी
ओ जोड़े दर्पण, जय माता दी
माँ देदे दर्शन, जय माता दी
ओ जय माता दी……
जय माता दी……
जय माता दी, जय माता दी
जय माता दी, जय माता दी
जय माता दी….
Tune Mujhe Bulaya Sherawaliye
Narendra Chanchal
Durga Bhajan
- अम्बे तू है जगदम्बे काली - दुर्गा माँ की आरती
- या देवी सर्वभूतेषु मंत्र - दुर्गा मंत्र - अर्थ सहित
- अयि गिरिनंदिनि - महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र
- जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
- दुर्गा चालीसा - नमो नमो दुर्गे सुख करनी
- जगजननी जय जय माँ - अर्थसहित
- जगजननी जय जय माँ, जगजननी जय जय
- आरती जगजननी मैं तेरी गाऊं
- आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण
- भोर भई दिन चढ़ गया, मेरी अम्बे
- मन लेके आया मातारानी के भवन में
- माँ जगदम्बा की करो आरती
- आरती माँ आरती, नवदुर्गा तेरी आरती
- मंगल की सेवा सुन मेरी देवा - कालीमाता की आरती
- मात अंग चोला साजे, हर एक रंग चोला साजे
- धरती गगन में होती है, तेरी जय जयकार
- अयि गिरिनन्दिनि अर्थसहित - महिषासुरमर्दिनी स्तोत्र अर्थ सहित
- दुर्गे दुर्घट भारी तुजविण संसारी
- कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे
- तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है
- सच्ची है तू सच्चा तेरा दरबार
- मन तेरा मंदिर आखेँ दिया बाती
- चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है
- तुने मुझे बुलाया, शेरावालिये